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09:46, 24 जुलाई 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[लक्ष्मीनारायण रंगा]]
|अनुवादक=
|संग्रह=सावण फागण / लक्ष्मीनारायण रंगा
}}
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<poem>
मौसम महाराणी
करण नै
सावणी
सोळह सिणगार
उठायो
अकास-दरपण
पण
राणीजी री
गरम गरम
हवाई सांस सूं
जमगी
दरपण माथै
भाप
</poem>
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