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तुमको खुद ही लड़ना होगा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु
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19:15, 26 अगस्त 2018
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<poem>बेबस हर मथुरा लगती है
पाश कंस का कसा हुआ है,
नीर सरोवर का ज़हरीला
वीरबाला
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