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''टिप्पणी: शिकवा इक़बाल की शायद सबसे चर्चित रचना है जिसमें उन्होंने इस्लाम के स्वर्णयुग को याद करते हुए ईश्वर से मुसलमानों की तात्कालिक हालत के बारे में शिकायत की है। यह 1906 1909 में प्रकाशित हुई थी। ''
क्यूँ ज़ियांकार बनूँ, सूद फ़रामोश रहूँ