सी दे एक झिंगोला जो हर रोज़ बदन में आए !
'''(अब चान्द का जवाब सुनिए। यह नीचे वाला हिस्सा दिनकर जी का लिखा हुआ नहीं है)'''
हंसकर बोला चान्द, अरे माता, तू इतनी भोली ।
कौन पसन्द करेगा ऐसे गड्ढों और नालों को ?
किसकी नज़र लगेगी अब चन्दा से मुख वालों को ?
चन्द्रयान भेजा भारत अमरीका ने भेद और कुछ हरने ।
रही सही जो पोल बची थी उसे उजागर करने ।