गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
इन्सान में हैवान यहाँ भी है वहाँ भी / निदा फ़ाज़ली
1 byte added
,
06:28, 7 मई 2020
हर खेल का मैदान यहाँ भी है वहाँ भी |
हिन्दू भी मज़े में
हैमुसलमाँ
है मुसलमाँ
भी मज़े में
इन्सान परेशान यहाँ भी है वहाँ भी |
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,130
edits