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भले दिनों की बात थी / फ़राज़
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12:55, 29 सितम्बर 2008
भली सी एक शक्ल थी<br>
भली सी उसकी दोस्ती<br>
अब उसकी
याद
रात दिन<br>
नहीं, मगर कभी कभी<br><br>
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Ranjanjain