* [[परवाज़ की तलब है अगर आसमान में / देवमणि पांडेय]]
* [[अन्धेरे अभी आशियानों में हैं / देवमणि पांडेय]]
* [[पढ़-लिख कर क्या करेंगे आख़िर राम, श्याम, रहमान वग़ैरह / देवमणि पांडेय]]
* [[मौसम ने क़हर ढाया दहशत है किसानों में / देवमणि पांडेय]]
* [[काग़ज़ों में है सलामत अब भी नक़्शा गाँव का / देवमणि पांडेय]]