Changes

विश्वेश्वराय वरदाय / श्लोक

313 bytes added, 09:34, 4 अक्टूबर 2008
नया पृष्ठ: <poem> विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय, लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय। नाग...
<poem>
विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपाय,
लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय।
नागाननाय सितसर्पविभूषाय,
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥
</poem>