Changes

कविता / विपिनकुमार अग्रवाल

139 bytes added, 19:45, 4 अक्टूबर 2008
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=विपिनकुमार अग्रवाल
|संग्रह=
}}
<poem>
मौसम सा प्‍यार था
अखबार की खबर में
जान लेना मैं अपना
चलते-चलते आभार प्रकट गर गया।
</poem>