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मैंने उसको... / केदारनाथ अग्रवाल
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14:16, 8 मार्च 2021
|संग्रह=फूल नहीं, रंग बोलते हैं-1 / केदारनाथ अग्रवाल
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<poem>
मैंने उसको
::
जब-जब देखा,
::
लोहा देखा,
::
लोहा जैसा--
::
तपते देखा,
::
गलते देखा,
::
ढलते देखा,
मैंने उसको
::
गोली जैसा
::
चलते देखा !
</poem>
Sharda suman
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