Changes

वर्तनियाँ सुधारीं
हो सकता है कि किसी एक को इस पर आए ‍प्यार
लेकिन इसी बात पर तो कई लोग चले जाएंगे तुमसे दूर
सड़क पार करने की घबराहट खाना खाने में जलदीबाजी जल्दबाज़ी या जरा ज़रा सी बात पर उदास होने की आदत
कई लोगों को एक साथ तुमसे ‍प्यार करने से रोक ही देगी
फिर किसी को पसंद नहीं आएगी तुम्हा्री तुम्हारी चाल किसी को आंखों आँखों में आंखें आँखें डालकर बात करना गुज़रेगा नागवार चलते चलते रूककर रुककर इमली के पेड़ को देखना एक बार फिर तुम्हामरे तुम्हारे ख़िलाफ़ जाएगा
फिर भी यदि बहुत से लोग एक साथ कहें
कि वे सब तुमको करते हैं ‍प्यार तो रूको रुको और सोचो यह बात जीवन की साधरणता साधारणता के विरोध में जा रही है
देखो, इस शराब का रंग नीला तो नहीं हो रहा है
और यह होगा ही तुम अपने ‍प्यार करने वालों को
मुश्किल में डालते चले जाओगे
जो उन्नीमस उन्नीस सौ चौहत्त र चौहत्तर में और जो उन्नी्स उन्नीस सौ नवासी में करते थे तुमसे प्यार
और उगते हुए पौधे की तरह देते थे पानी
जो थोड़ी सी जगह छोडकर खडे छोड़कर खड़े हो गए थे कि तुम्हे तुम्हें मिले प्रकाश
वे भी एक दिन इसलिए ख़फ़ा हो सकते हैं कि अब
तुम्हाएरे तुम्हारे होने की परछाई परछाईं उनकी जगह तक पहुंचती पहुँचती है कि कुछ लोग तुम्हेह तुम्हें प्यार करना बंद नहीं करते
और कुछ नए लोग
तुम्हा रे तुम्हारे खुरदरेपन की वजह से भी करने लगते हैं प्यार
उस रंगीन चिड़िया की तरफ देखो
जो कि किसी का मन मोहती है
और ठीक उसी वक़्त
एक दूसरा देखता है उसे शिकार की तरह ।तरह।
</poem>
55
edits