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उपालंभ में करता है--ग़ज़ल / जहीर कुरैशी
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18:06, 20 अप्रैल 2021
आगे चलते-चलते, पीछे मुड़कर भी देखा जाता है,
कभी-कभी कलियुग भी, त्रेता-द्वापर से बातें करता है.
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