लेखक: [[डॉ॰ जगदीश व्योम]]{{KKGlobal}}[[Category:कविताएँ]]{{KKRachna[[Category: डॉ॰ |रचनाकार=जगदीश व्योम]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*}}
इतने आरोप न थोपो
वैरागी हो जाए
इतने आरोप न थोपो.......
मन बागी हो जाए
इतने आरोप न थोपो.......... !!
मन बागी हो जाए
इतने आरोप न थोपो......... !!
मन बागी हो जाए
इतने आरोप न थोपो ......... !!
मन बागी हो जाए
इतने आरोप न थोपो....... !!*** -डॉ॰ जगदीश व्योम