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09:39, 24 अक्टूबर 2021 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=केटी निव्याबन्दी
|अनुवादक=राजेश चन्द्र
|संग्रह=
}}
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<poem>
हद से ज़्यादा
दूध
हद से ज़्यादा
शहद
छितराया हुआ,
उड़ेला जाता हुआ
नालियों में
कारस्तानी
केवल एक हाथ की ।
'''अँग्रेजी से अनुवाद : राजेश चन्द्र'''
'''लीजिए, अब इसी कविता को मूल अँग्रेज़ी भाषा में पढ़िए'''
Ketty Nivyabandi
</poem>