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प्राथमिकता / सुषमा गुप्ता
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14:03, 20 नवम्बर 2021
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<poem>
दो लोगों का प्रेम
होता नहीं है कभी एक-सा।
वह जब भी मिलता है मुझसे
सामान्य होती हैं
उसकी परिस्थितियाँ
परिस्थितियाँ कैसी भी हों मेरी
मैं मिल ही लेती हूँ उससे।
</poem>
वीरबाला
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