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<poem>
याद करना मुझे जब मैं चली जाऊँ मैं दूर,
सुदूर किसी प्रशान्त क्षेत्र में;
जब तुम फिर कभी न थाम सको मुझे तुम अपने हाथों मेंमुझे,न ही मैं रुक जाऊँ सकूँ जाते - जाते मुड़कर ।मुड़कर।
याद करना मुझे जब रोज़ - ब - रोज़
तुम बता तफ़्ज़ील दे न सको वो योजनाएँ जो बनाई है तुमनेहमारे भविष्य के बारे में भावी योजनाओं की :सिर्फ़ याद करना, तुम समझोसमझ लो किसान्त्वना देने या प्रार्थना करने के लिए बहुत देर हो गई होगी तब
फिर भी मुझे अगर भूल ही जाना हो तुम्हें थोड़ी देर के लिए
और फिर याद करना हो, दुखी उदास न हो :
क्योंकि अन्धेरा और जफ़ा बच
रहे अगर
उन ख़यालों की निशानी - सी
जो कभी मैं हुआ करती थी,
बेहतर है कि उन्हें भूल जाओ तुम
और मुस्कुराओ
बनिस्बत कि तुम
याद करो और रखते हुए उदास हो जाओ रहो
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुधा तिवारी'''
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