गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
पद्मनी / अर्जुन देव चारण
54 bytes added
,
07:00, 9 जुलाई 2022
कोई सवाल मेरे पति से
जिसकी मर्यादा रखने
मरना पड़ा मुझे।
'''अनुवाद : नीरज दइया'''
</Poem>
Neeraj Daiya
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,492
edits