Changes

उबरणौ / चंद्रप्रकाश देवल

1,168 bytes added, 08:59, 17 जुलाई 2022
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=[[चंद्रप्रकाश देवल]] |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[चंद्रप्रकाश देवल]]
|अनुवादक=
|संग्रह=उडीक पुरांण / चंद्रप्रकाश देवल
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
उण कह्यौ - ‘डूब’
पूछतौ कठै, तौ तोहीन व्हैती
पण डूबूं तो कठै?

औ ‘कठै’ कैवणौ अणूंतौ कावळ व्है
अेक बोबाड़िया सारू ई
अर ‘कटकारौ’ सुगनिया सारू माड़ौ व्है

उण सोच्यौ -
‘औ कुतरकियौ डूबण सूं नटतौ
कठैई नट नीं जावै
संसार रा सबसूं पवीत सबद रा अरथ नै’

औ हास-हतआस नै उडीकण रौ सवाल नीं
औ निकेवळी प्रीत रै अरथ रौ सवाल हौ

उण दूजी वळा खरायौ
अर म्हैं डूबग्यौ...
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits