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10:27, 17 जुलाई 2022 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[चंद्रप्रकाश देवल]]
|अनुवादक=
|संग्रह=उडीक पुरांण / चंद्रप्रकाश देवल
}}
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<poem>
नित-हमेस
सुख-सोराई री पीठी
राखै साफ कूणी
थारी पसम पळकती
गलीचै वाळा पगमंडणा री मारगू
थारी तौ अेड्यां ई नीं फाटै
म्हैं मेल-हेड़णियौं केलू
पछै कद याद आवूं
चिंतारण री उडीक बिरथा।
</poem>
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