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अभी शाम नहीं हुई, प्रिया / गिन्नादी बु्राफ़किन / अनिल जनविजय
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05:56, 7 सितम्बर 2022
अभी हमारी आगे भी और मुलाक़ातें होंगीं,
हर साल मई महीने में खिलेगा बकाइन, जैसे वो खिलता है,
और फिर से कोयल
गाएँगी
गाएगी
, पक्षियों की चहचहाटें होंगी ।
चिराबेल के पेड़ों के ऊपर ख़ूब चमकेंगे तारे अभी,
अनिल जनविजय
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