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एक तराना पंजाबी किसान दे लई / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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09:45, 13 नवम्बर 2022
इह चाकर, तूँ सरकार
मर्दा क्युँ जानैं
उट्ठ
उतांह
उताँह
नूँ जट्टा
मर्दा क्युँ जानैं
अनिल जनविजय
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