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'''कू-ए-मलामत''' - ऐसी गली, जहाँ व्यंग्य किया जाता हो<br>
'''खुर्शीद''' - सूर्य, '''रंज''' - तकलीफ़, '''गमतलब'''- दुख पसन्द करने वाले<br>
'''तर्के-तअल्लुक''' - व्श्ति रिश्ता टूटना( यहाँ संवाद हीनता से मतलब है)<br>
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