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आया वसन्त / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
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16:15, 8 जनवरी 2023
क्षितिज तक लहरा उठा
सरसों का
पीताम्बर-सा
,
धरा पुलकित हो उठी
झूम उठे
वीरबाला
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