Changes

परिणति / राहुल द्विवेदी

341 bytes added, 12:36, 28 फ़रवरी 2023
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राहुल द्विवेदी |अनुवादक= |संग्रह= }...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=राहुल द्विवेदी
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
रोज़-रोज़
हम जीने की
कोशिश करते हैं
और लगभग
हर रोज ही,
हम मर जाते हैं!
</poem>