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20:03, 8 मार्च 2023 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=एरक़िन वोहिदोव
|अनुवादक=अनिल जनविजय
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
सबसे पहले
बना वह कुल्हाड़ी
फिर बना
वह तोप का गोला
तलवार बनी
उससे
बनी बन्दूक
और पिस्तौल
बम बनकर फटा
वह अनेक बार
लेकिन दुनिया को जीता उसने
सिर्फ़ तभी
जब क़लम बना वह
'''रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
</poem>
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