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वह पाठ जिसे पढ़ा जाना चाहिए हर सुबह और रात / बैर्तोल्त ब्रेष्त / तनुज
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<Poem>
मेरा प्यार
मुझसे कहता है
कि
उसे मेरी ज़रूरत है ।
इसलिए
मैं ख़ुद का रखता हूँ ख़याल बेहतरीन ।
परखता हूँ उन राहों को
जिनपर मैं चल रहा हूँ
और घबराता हूँ हमेशा कि
कहीं बारिश की
एक बून्द भी —
मुझसे मेरी ज़िन्दगी न छीन ले ।
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : तनुज'''
</poem>
अनिल जनविजय
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