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छककरके पिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
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06:37, 8 अगस्त 2023
नभ में बिखेरता
मधुमय चन्द्रिका।
163
तुझमें प्राण
बसे है मेरे ऐसे
जैसे वंशी में तान,
कंठ में गान
आँखों में आँसू छिपे
ऐसे तुम मन में।
-0-'''(27-02-2023)'''
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वीरबाला
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