गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
बेजगह / अनामिका
317 bytes added
,
04:33, 26 अगस्त 2023
ऐसी ही समझी-पढ़ी जाऊँ
जैसे तुकाराम का कोई
अधूरा
अंभग
अभंग
!
......................................................................
'''[[स्थानविहीन / अनामिका / सुमन पोखरेल|यहाँ क्लिक गरेर यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्न सकिन्छ ।]]'''
</poem>
Sirjanbindu
Mover, Reupload, Uploader
10,371
edits