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14:47, 7 दिसम्बर 2023 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कानेको मिसुजु
|अनुवादक=तोमोको किकुची
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
किसी को भी नहीं बताऊँगी,
सुबह बग़ीचे के कोने में
फूल ने आंसू की एक बून्द गिराई ।
अगर बात फैल जाती है
मधुमक्खी के कान में पड़ जाती है,
बहुत अब पछाताएगी
मधु वापस करने फूल के पास जाएगी ।
'''मूल जापानी से अनुवाद : तोमोको किकुची'''
</poem>