==कैलाश गौतम नहीं रहे== [[चित्र:कैलाश गैतम|left|thumb|76px|कैलाश गैतम ]] नहीं रहे==हिंदी के लोकप्रिय गीतकार व हिंदुस्तानी अकादमी¸ इलाहाबाद के अध्यक्ष कैलाश गौतम नहीं रहे। शनिवार ९ दिसंबर २००६ को सुबह १० बजे हृदयगति रुक जाने से उनका देहांत हो गया। वे ६२ वर्ष के थे।
हिंदी को लोक शब्दावली से संपन्न करने वाले कवियों में उनका नाम सबसे ऊपर आता है। आम आदमी के दैनिक जीवन की कठिनाइयों को मधुर गीतों में सादगी से व्यक्त करने के कारण उन्हें जनकवि भी कहा गया। कवि गौतम को उत्तर प्रदेश सरकार के सारस्वत सम्मान¸ हिंदी संस्थान लखनऊ के राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार, निराला सम्मान, ऋतुराज सम्मान, परिवार सम्मान और समुच्चय सम्मान जैसे अनेक सम्मानों से अलंकृत किया गया। सीली माचिस की तीलियां तथा सिर पर आग उनके बहुचर्चित संग्रहों में से हैं।
== अखिल अमेरिकन कवि सम्मेलन – “आखों देखा हाल” ==