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जय हो, हे संसार तुम्हारी / हरिवंशराय बच्चन
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,
27 मार्च
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जय हो, हे संसार,
तम्हारी
तुम्हारी
!
जहाँ झुके हम वहाँ तनो तुम,
Arti Singh
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