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हालात / नवल शुक्ल
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09:58, 3 जनवरी 2009
<Poem>
सुनने में आया है
ठीक नहीं हैं हालात
और हम अपने घरों में बंद
जो हमने नहीं चाहा कभी
दस, बीस, पचास साल के
जीव्न
जीवन
में।
</poem>
Dr.bhawna
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