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चुपरि उबटि अनाहवाइकै नयन आँजे / तुलसीदास
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09:42, 27 जनवरी 2009
बालकेलि बातबस झलकि झलमलत
सोभाकी दीयटि मानो रुप-दीप दियो है ||
राम-सिसु सानुज चरित चारु गाइ-सुनि
सुजन सादर जनम-लाहु लियो है |
अनिल जनविजय
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