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गाँव में एक मौत / केशव
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,
11:58, 3 फ़रवरी 2009
तभी उसकी चीख
बदल जाती है एक प्रार्थना में
‘आह! पंछी तक व्याकुल हैं
'
और
प्रकाश बादल
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