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एक आदमी / धूमिल

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बन्द करती हुई चली जाती है
और दरवाज़े पर
सिटकिना सिटकिनी का रंग बरामदे केअंधकार अन्धकार में घुल जाता है
जब मैं काम से नहीं होता
याने की मैं नहीं ढोता
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