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ज़ौक़
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17:06, 5 मार्च 2009
*[[ अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जायेंगे/ ज़ौक़]]
*[[ लायी हयात, आये, क़ज़ा ले चली, चले/ ज़ौक़]]
*[[ आज उनसे मुद्दई कुछ मुद्दा कहने को है / ज़ौक़]]
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विनय प्रजापति
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