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|रचनाकार=प्रेम नारायण ’पंकिल’'पंकिल'}}{{KKPageNavigation|पीछे=मुरली तेरा मुरलीधर / प्रेम नारायण 'पंकिल' पृष्ठ 16|आगे=मुरली तेरा मुरलीधर / प्रेम नारायण 'पंकिल' पृष्ठ 18|सारणी=मुरली तेरा मुरलीधर / प्रेम नारायण 'पंकिल'
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कोटि काम सुन्दर गुण मन्दिर कोटि कला नायक मधुकर
अपने हृदयेश्वर के आगे थिरक थिरक नाचो निर्झर