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तुम न आये एक दिन / ज़फ़र
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,
13:39, 12 मई 2009
तुम न आये एक दिन का वादा कर दो दिन तलक<br>
हम पड़े तड़पा किये दो
-
दो पहर दो दिन तलक<br><br>
दर्द-ए-दिल अपना सुनाता हूँ कभी जो एक दिन<br>
हेमंत जोशी
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