दर्द का हद से गुजरना है, दवा हो जाना<br><br>
तुझसे है किस्मत में मेरी सूरते कुफ़्ले सूरत-ए-कुफ़्ल-ए-अब्जद<br>
था लिखा बात के बनते ही जुदा हो जाना<br><br>
अब ज़फ़ा से भी हैं महरूम हम अल्लाह अल्लाह<br>
इस कदर दुश्मने अरबाबे दुश्मन-ए-अरबाब-ए-वफ़ा हो जाना<br><br>
ज़ोफ़ से गिरिया मुबादिल बाह दम सर्द हवा<br>
हो गया गोश्त से नाखून का जुदा हो जाना<br><br>
है मुझे अब्र -ए -बहारी का बरस कर खुलना<br>रोते -रोते गमे ग़म-ए-फ़ुरकत में फ़ना हो जाना<br><br>
गर नहीं निकहते निकहत-ए-गुल को तेरे कूचे की हवस<br>क्यों है गर्द -ए-राह-ए राहे -जोलने सबा हो जाना<br><br>
बख्शे हैं जलवे गुल जोशे जोश-ए-तमाशा गालिब<br>
चश्म को चाहिये हर रंग में वा हो जाना<br><br>