Changes

<poem>
बहारों ने मेरा चमन लूटकर
 
खिज़ां को ये इल्ज़ाम क्यों दे दिया
 
किसीने चलो दुश्मनी की मगर
 
इसे दोस्ती नाम क्यों दे दिया
14
edits