अल्अ़तश
अल्अ़तश
ख़ून से सुर्ख सूरज हैं नेज़ो पे सर
सुर्ख़ हैं शह्रे-मज़लूम के बामो-दर
शब के सीने में ख़ंजर है रंगे-सहर
सारबाँ और कुछ तेज़ बाँगे-जरस
अल्अ़तश
अल्अ़तश
अल्अ़तश
हक्क़ो-बातिल<ref>सत्य और मिथ्या</ref> की हर अह्द में जंग है
हर ज़माना शहादत से गुलरंग है
हर रजज़<ref>युद्धक्षेत्र में अपने कुल की शूरता और श्रेष्ठता का वर्णन</ref> शो’लः-ए-नूरो-आहंग<ref>प्रकाश और संगीत की अग्निज्वाला</ref>
सारबाँ और कुछ तेज़ बाँगे-जरस
अल्अ़तश
अल्अ़तश
अल्अ़तश
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