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07:11, 11 जुलाई 2009 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=श्याम सुन्दर अग्रवाल
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[[Category:बाल-कविताएँ]]
<poem>
मिला निमंत्रण, शादी का तो<br>
मोटू राम गये बारात ।<br>
फल कोई उनको न भाया, <br>
और न ही दाल और भात ।<br>
दो प्लेट जलेबी खाई, <br>
और खाई रसमलाई ।<br>
आइसक्रीम खूब छक गये, <br>
और उड़ाई सभी मिठाई ।<br>
दोना भरकर रबड़ी खा ली, <br>
तो तन गया उनका पेट ।<br>
दर्द से जब लगे ऐंठने, <br>
तो धरती पर गये वे लेट ।<br>
एम्बुलेंस में लदकरके , <br>
फिर जा पहुँचे अस्पताल ।<br>
हफ्ते भर तक करनी पड़ी, <br>
मोटू को भूख हड़ताल ।<br>
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