Changes

दो मक़्ते / फ़ानी बदायूनी

107 bytes added, 13:08, 13 जुलाई 2009
{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=फ़ानी बदायूनी|संग्रह=}}
मौजों की सयासत से मायूस न हो ‘फ़ानी’।