ई- मेल : amitsahuccci@yahoo.com <br>
मोबाईल नंबर : ०९८६०२८००७५ <br>
पता : अमित अरुण साहू , सी.सी.सी.आय. , <br> डॉक्टर बोरकर के दवाखाने के पास , <br> अष्टभुजा मंदिर, धन्तोली, वर्धा, महाराष्ट्र <br> अमित साहू , बापू और विनोबा की कर्मभूमि वर्धा के बाशिंदे है . अकाउंट और अर्थशास्त्र के शिक्षक अमित पिछले २ वर्ष से <br>कविता कोष को पढ़ते आ रहे है. इन्हें विशेष रूप से हरिवंश राय बच्चन , दुष्यंत , बशीर बद्र , निदा फाजली और प्रेमचंद को <br>पढ़ना पसंद है. अपने परिचय में बस अपनी कुछ रचनाये ही पेश कर सकता हूँ . आखिर आपका काम ही आपकी पहचान है ...........<br>
'''आतंकवादियों के नाम अमित साहू का पैगाम ''' <br>
कभी किसी की बात का ऐसा असर भी हो <br>बदले ख़यालात और खुदा का डर भी हो <br>
आतंकियों के दिल में जगे प्यार की अलख <br>बीवी हो,बच्चे हो,प्यारा-सा घर भी हो <br>
खुदा के नाम पर लगा रखी है जेहाद <br>खुदा की पाकीजगी का जरा असर भी हो <br>
निहत्थों और बेगुनाहों पे गोलियां चलाना <br>हिजडों की करामात है,उन्हें खबर भी हो <br>
क्या सोचते हो के खुदा तुम्हे जन्नत देंगा <br>हैवान होकर सोचते हो के बशर भी हो <br>
करते हो हमेशा ही 'गैर मुसलमाना' हरकत <br>फिर सोचते हो के दुआ में असर भी हो <br>
मैं कहता हूँ, तुम मुस्लिम हो ही नहीं सकते <br>बिना धर्म के हो तुम , ये तुमको खबर भी हो <br>
''' - अमित अरुण साहू, वर्धा '''
जहर तो प्यार की निशानी है .........