Changes

कल हमने बज्में यार मैं क्या क्या शराब पी
सहरा की तश्नगी थी सो दरिया शराब पी
एक रोज़ इस फ़कीर के घर आ, शराब पी
दो जम उनके नाम भी ऐ-पीरे-मैकदा
जिन रफ्तागा के साथ हमेशा शराब पी
कल हमसे अपना यार ख़फा हो गया "फ़राज़"
शायद के हमने हद से ज्यादा शराब पी
12
edits