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खोल ना गर मुख जरा तू, सब तेरा हो जाएगा / गौतम राजरिशी
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18:36, 30 अगस्त 2009
है नियम बाज़ार का ये जो न बदलेगा कभी
वो है सोना जो कसौटी पर
खरा
ख़रा
हो जाएगा
भीड़ में यूँ भीड़ बनकर गर चलेगा उम्र भर
अनिल जनविजय
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