गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
गौतम राजऋषि
25 bytes added
,
05:53, 19 सितम्बर 2009
* [[कितने हाथों में यहां / गौतम राजरिशी]]
* [[उनका हरेक बयान हुआ / गौतम राजरिशी]]
* [[
आज कहलाते हैं जुगनू कल थे खटमल खाट के
दूर क्षितिज पर सूरज चमका,सुब्ह खड़ी है आने को
/ गौतम राजरिशी]]
</sort>
प्रकाश बादल
Mover, Uploader
2,672
edits