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कभी पाबंदियों से छुट के भी दम घुटने लगता है / फ़िराक़ गोरखपुरी
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10:48, 23 सितम्बर 2009
कभी पाबंदियों से छूट के भी दम घुटने लगता है / फ़िराक़ गोरखपुरी का नाम बदलकर कभी पाबंदियों से छुट के
द्विजेन्द्र द्विज
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