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अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ! / हरिवंशराय बच्चन
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07:28, 29 सितम्बर 2009
चल रहा मनुष्य है
अश्रु-
श्वेद
स्वेद
-रक्त से लथपथ, लथपथ, लथपथ!
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
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