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बरफ पड़ी है / नागार्जुन
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06:44, 25 अक्टूबर 2009
चली गईं हैं दूर-दूर तक
नीचे-ऊपर बहुत दूर तक
सूनी-सूनी सड़कें
<br>
मैं जिसमें ठहरा हूँ वह भी छोटा-सा बंगला है—
पिछवाड़े का कमरा जिसमें एक मात्र जंगला है
अनिल जनविजय
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